इतिहास भारती
(लेखक: शरत शर्मा, चंडीगढ़)
Prime Ministers of India, their Tenure, Achievements and Some Interesting Facts & Information about Indian History in the form of Couplets and Poem
(उद्देश्य: सामान्य ज्ञान बढे एवं याद रखने में उपयोगी हो)
सन 47 में बने प्रथम, बेटन संग, निर्वाचित हुए बाद 5 साल,
50 में बना देश महा-गणतंत्र, और टैगोर ने गया राष्ट्रगान,
59 में आया दूरदर्शन, और बने कई संस्थान,
धोखा दिया पडोसी ने, 62 में हारे चीन का वॉर,
साराभाई का साथ दिया, शुरू किया अंतरिख अनुसन्धान,
[INCOSPAR: Indian National Committee for Space Research, 1962]
कार्यकाल नाबालिग रहा, पर रहा सबसे विशाल,
64 में त्याग दिए प्राण, ना सहा गया हृदय का घात.
1947-1952-1964 = 17 वर्ष
फिर प्रधान बन आए गुलज़ारी लाल, रहे कार्यवाहक कुछ माह 2 बार,
(गुलज़ारी लाल नंदा, कार्यवाहक प्रधानमंत्री, 1964 एवं 1966)
दूजे बहादुर थे हमारे, कर्मठ रहे 2 साल,
65 में जीता युद्ध दूसरा, हारा कपटी पाकिस्तान,
सुरक्षा और भोजन हो पूरा, गुंजाया “जय जवान, जय किसान”,
बढ़ाई “कुरियन” “दूध क्रांति”, जब दिया अमूल का साथ,
ताशकंद गए शांति पुरुष हमारे, और दिखलाई शांति की राह,
टूटी सांसों की डोर थी उनकी, हारे हृदय-घात की कुटिल चाल.

फिर त्रित्या एकल महिला बन आईं, महात्मा ने दिया उपनाम,
पिता का सपना आगे बढ़या, 69 में नया ISRO नाम,
71 में जीता युद्ध तीसरा, हारा पूर्वी पाकिस्तान,
वर्तमान में है, बांग्लादेश जिसका नाम.
74 में लायीं परमाणु पहला, स्माइलिंग बुद्धा था उसका नाम,
75 में पहुंचे अंतरिक्ष में, आर्यभट था पहला यान,

देश सुरक्षा को समझ एहम, लगाया 21 माह का आपातकाल,
एकादशी तक राज चलाया, और बना भारत महान,
नेहरू जी की थीं एकलौती, “इंदिरा प्रियदर्शनी गांधी” पूरा नाम,
(इंदिरा गांधी, 1966-1977 = 11 वर्ष, पहला कार्यकाल)
फिर आये मोरारजी और चरण जी, पर रहे 2-1 साल,
(मोरारजी देसाई, 1977-1979 = 2 वर्ष)
(चौधरी चरण सिंह, 1979-1980 = 1 वर्ष)
80 में फिर जीत कर लौटीं, और संभाली देश कमान,
81 में भेजा “सेब” क्षितिज में, ISRO से हुआ विश्व हैरान,
(The Ariane Passenger Payload Experiment (APPLE) was ISRO’s first indigenous, experimental communication satellite successfully launched. It was boosted into Geo-Synchronous Orbit (GSO) by ISRO’s own apogee motor)
प्रयोग था सफल आकाशवाणी पर, फिर रंगीन हुआ दूरदर्शन अगले साल,
फिर 84 के दंगों का, आया ये परिणाम,
अपने ही अंगरक्षकों ने, छीन लिए उनके प्राण,
पिता के पदचिन्हों सा, दूसरा सबसे लम्बा कार्यकाल.
40 की सबसे कम उम्र के, आये रतन राजीव, बन भारत के छठे प्रधान,
कंप्यूटर और संचार प्रणाली, की रख नीव, किया भारत का सही विकास,
5 वर्ष तक देश चलाया, वो थे पायलट कुशल, और पहले मंत्री प्रधान.
फिर आये विशवनाथ और चंद्र शेखर, पर कर सके वो राज सिर्फ 1-1 साल,
(विश्वनाथ प्रताप सिंह, 1989-1990 = 1 वर्ष)
(चंद्र शेखर सिंह, 1990-1991 = 1 वर्ष)
फिर रूढ़ासीं हुए राओ नरसिम्हा, रहे 5 वर्ष तक वो भारत के 9वें प्रधान,
दक्षिण भारत से थे वे प्रथम, किया भारत का औद्योगिक विकास.
(पी.वी.नरसिम्हा राओ, 1991-1996 = 5 वर्ष)
फिर 13 दिन की न्यूनतम, 96 में बनी अटल सरकार,
परिक्षण का निर्णय इकलौता, प्रमुख बनाए अब्दुल कलाम,
3 बार बने, प्रधान थे 10वें, और वे व्यक्ति बड़े महान,
फिर आये गोडा-देवे और I.K. गुजराल, बने रहे वे दोनों 1-1 साल.
(एच्.डी. देवे गोड़ा, 1996-1997 = 1 वर्ष)
(इंदर कुमार गुजराल, 1997-1998 = 1 वर्ष)
98 में फिर लोटे बिहारी, किये 13 माह पार,
आते ही फोड़ा दूजा परमाणु, अड़चनें की सारी नाकाम,
99 में फिर चलाई, 5 वर्ष सरकार.
(पडोसी से) दोस्ती का हाथ बढ़ाने, बस से पहुंचे सरहद पार,
इसी वर्ष जीता युद्ध चौथा, कारगिल ये भागा पाकिस्तान,
पहले व्यक्ति विशेष थे वे, UN में दिया माँ हिंदी को सत्कार,
उत्तम कवी और लेखक थे, बढ़ाई विश्व में हिंदी की शान,
देश को वैज्ञानिक राह चलाया, नारा जोड़ा “जय विज्ञान”
एक अमिट सी छाप छोड़ दी, विरोधी भी करते दिल से प्रणाम.
फिर मन को मोहने आये, पहले सिख रहे 13वें प्रधान,
एक दशक का राज चलाया, 4 से 14 की निपुण सरकार,
गवर्नर रहे वे रिज़र्व बैंक के, और अर्थशास्त्री बेमिसाल,
अंतरिक्ष, सेना और सुरक्षा, तीनो का भी रखा ध्यान,
13 में ग्रह दर्शन को, ISRO ने छोड़ा मंगल यान,
ग्रामीण रोज़गार के साथ-साथ, दिया आधार और सूचना का अधिकार,
किया अर्थव्यस्था को मज़बूत, और हुआ चहुंतरफा विकास.
14 में बहुमत से 14वें, अब प्रधान दामोदरदास,
अभिभाषण में हैं वे कौशल, बतलाया मोहनदास के दास,
अपशिष्ट प्रबंधन को दी प्राथमिकता, और चलाया स्वत्छता अभियान,
पहली छलांग में मंगल पहुंचे, ISRO ने भी रचा इतिहास,
फिर गूंजा स्वदेशी का नारा, दिया देश को आत्मविश्वास,

योजनाओं की झड़ी लगा दी, जनधन मुद्रा, हैं कुछ नाम,
करोड़ों बैंक खाते खुलवाए, आया आधार यहाँ खूब काम,
16 में लिया उरी का बदला, किया दुश्मन के सीने पर वॉर,
बैंकों को कासा दिलवाया, 16 में किये 2 नोट बेनाम,
UPI से जुड़ा देश, भुगतान प्रणाली हुई आसान,
हर एक की राशि खाते में पहुंचे, कर दिया ऐसा इंतज़ाम,
टैक्स की चोरी बंद करने को, 17 में आया GST कमाल,
आवा-जाहि आसान हो गयी, हुआ हाईवे का बम्पर निर्माण,
गांव-गांव तक बिजली पहुंची, बने नए स्कूल और हस्पताल,
युवा देश को आगे बढ़ाया, किया विश्व भर में प्रचार,
देश-देश में घूमे मोदी, दिखाया विश्व को बड़ा बाजार,
कानूनों में फेर-बदल कर, 19 में हुआ कश्मीर (कुछ) आज़ाद, (आधा)
नये भारत को नई नीव दी, जोड़ दिया “जय अनुसन्धान”
आकाशवाणी से घर-घर पहुंचे, माँगा देश वासियों का साथ,
महामारी ने कमर तोड़ दी, पर देश ने दिया सबका साथ,
अधिकतम टीका-दवा उत्पादन, बना भारत का कीर्तिमान,
विदेशों में भी धूम मचाई, किया व्यापर को और आसान,
सबको नमन करते हैं हम, जो किये उन्होंने अच्छे काम.
जय हिन्द, जय भारत
धन्यवाद।
रचनाकार / लेखक: शरत शर्मा, चंडीगढ़
Image courtesy: Wikipedia